महाराणा स्वरूप सिंह (1842 – 1861ई.)
Maharana Swaroop Singh
- – महाराणा स्वरूपसिंह सरदार सिंह का छोटा भाई था।
- – स्वरूप सिंह 1857 ई. की क्रांति में अंग्रेजों का साथ देने वाला राजपूताना का पहला शासक था।
- – इन्होंने मेवाड़ में जाली सिक्कों के प्रचलन को समाप्त करने के लिए स्वरूपशाही सिक्के चलाये जिन पर ‘चित्रकूट उदयपुर’ व दूसरी ओर ‘दोस्ती लंदन’ अंकित था।
- – स्वरूप सिंह ने विजय स्तम्भ का जीर्णोद्धार करवाया।
- – महाराणा स्वरूपसिंह ने कन्या वध पर 1844 ई. में तथा सती प्रथा पर 1861 ई. में रोक लगाई।
- – इन्होंने डाकन प्रथा (1853 ई.) व समाधि प्रथा पर भी रोक लगाई थी।
- – स्वरूप सिंह की मृत्यु 1861 ई. में हुई तथा इनके साथ पासवान ऐंजाबाई सती हुई थी, जो मेवाड़ राज परिवार में सती होने की अन्तिम घटना थी।