महाराणा अरि सिंह द्वितीय (1761 – 73 ई.)
Maharana Ari Singh
- – इनके समय सरदारों ने राजमाता झाली से उत्पन्न पुत्र रतन सिंह को मेवाड़ का उत्तराधिकारी घोषित कर दिया था।
- – अरि सिंह ने सिंध और गुजरात से सैनिकों को बुलाकर अपनी सेना में भर्ती किया।
- – बूंदी के शासक अजीत सिंह ने शिकार खेलते हुए 9 मार्च 1773 ई. को धोखे से अरि सिंह को मरवा दिया।
- – महाराणा अरि सिंह का उत्तराधिकारी हम्मीर द्वितीय (1773-78 ई.) हुआ। हम्मीर सिंह द्वितीय की 6 जनवरी 1778 ई. को एक बंदूक फटने की दुर्घटना में मृत्यु हो गई।